मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि आप अपने किसी विचार को कम से कम पंक्तियों में कहने की कोशिश कर रहे हैं। यह इसलिए भी अच्छा है कि कई लम्बी कविता कहने के चक्कर में वह बिखर जाती है। जितनी छोटी होगी,उतनी संतुलित और कसी हुई प्रभावशाली रचना होगी। केवल एक सुझाव पहली पंक्ति में अगर सांवरे होता तो ज्यादा प्रवाह होता। बधाई और शुभकामनाएं।
Sundar!
जवाब देंहटाएंwaah jammu me baithe huye bhi post jari hai.
जवाब देंहटाएंबहुतखूब !
जवाब देंहटाएंऐसी पुकार पर तो मनमोहन जरूर आएंगे । अगली बार भी सरकार बनाएंगे ।
arre waah itne pyaar se bulayenge to jaroor aayenge....
जवाब देंहटाएंaabhaar..
http://i555.blogspot.com/
wah sunder abhivykti
जवाब देंहटाएंजब इतनी करुण पुकार होगी तो कान्हा को आना ही पडेगा।
जवाब देंहटाएंbahut badhiya chhiti si kavita...vaah.
जवाब देंहटाएंare shekhar tum jhaadu bahut acchaa lagaate ho.....bahut badhiya foto daalaa hai...
जवाब देंहटाएंमनमोहन आपके मन मंदिर में अवश्य आएंगे
जवाब देंहटाएंकुछ ऐसे ही विचार आप मेरे ब्लाग में भी पाएंगे
बहुत खूब !!
जवाब देंहटाएंठीक है तुम्हारी अभिव्यक्ति. लगे रहो और सतत अध्ययन-मनन से खुद को परिष्कृत करते रहो..
जवाब देंहटाएंमुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि आप अपने किसी विचार को कम से कम पंक्तियों में कहने की कोशिश कर रहे हैं। यह इसलिए भी अच्छा है कि कई लम्बी कविता कहने के चक्कर में वह बिखर जाती है। जितनी छोटी होगी,उतनी संतुलित और कसी हुई प्रभावशाली रचना होगी। केवल एक सुझाव पहली पंक्ति में अगर सांवरे होता तो ज्यादा प्रवाह होता। बधाई और शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंवाह रचना और ब्लाग के डिज़ाईन मे क्या कन्ट्रास्ट है? बहुत अच्छी लगी ये पँक्तियां। बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबढ़िया.
जवाब देंहटाएंsundar panktiya
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