मेने देखा
मैंने समझा
ये दुनिया कितनी छोटी हे
और तेरा आँचल कितना बड़ा हे
तेरे आँचल में मिले मुझे लाख फूल
दुनिया में मिले हर कदम पर शूल
तुने हर कदम पर संभाला
जहाँ ने हर कदम पर गिराया
सबसे बड़ा तेरा दिल
बाकी ये सब पत्थर दिल
बस माँ तेरा तेरा आँचल मिले
रख कर उस में सिर
मीठी मीठी लोरी सुनु
प्यारी प्यारी बाते सुनु
हा माँ तेरा आँचल मिले
I am so very impressed
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा शेखर भाई , meri taraf se bhi kuchh
जवाब देंहटाएंमाँ की कुर्बानिया ज्यू ज्यू याद आती जाये
आँखों में धन्यवाद के वो आंसू लाती जाये
दुआ उसकी लोरी बनकर कानो को भाती जाये
कृतज्ञता उस के लिए हमारे दिलो में छाती जाये
अभी बस इतना ही , आदत से मजबूर हू इसलिए ज्यादा लिखना ठीक नहीं ,इसलिए ये चार पंक्तिया आपके श्री चरणों में . वैसे छः महीने पहले मैंने भी भावुक होकर अपनी मम्मी के लिए कुछ पंक्तिया लिखी थी . समय मिले तो पढ़ लेना
http://saralkumar.blogspot.com/2010/12/blog-post_22.html
ये दुनिया कितनी छोटी हे
जवाब देंहटाएंऔर तेरा आँचल कितना बड़ा हे
तेरे आँचल में मिले मुझे लाख फूल
दुनिया में मिले हर कदम पर शूल
Kitna sach hai ye!