हैं माँ
मेने देखा
मैंने समझा
ये दुनिया कितनी छोटी हे
और तेरा आँचल कितना बड़ा हे
तेरे आँचल में मिले मुझे लाख फूल
दुनिया में मिले कदम कदम पर लाख शूल
तुने हर कदम पर संभाला
दुनिया ने हर कदम पर गिराया
सबसे बड़ा तेरा दिल
बाकी सब पत्थर दिल
बस माँ तेरा तेरा आँचल मिले
रख कर उस में सिर
मीठी मीठी लोरी सुनु
प्यारी प्यारी बाते सुनु
बस माँ तेरा आँचल मिले
शेखर कुमावत
bahut sunder abhivyakti.
जवाब देंहटाएंacha lga dear
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्रभाव शाली रचना...बधाई...
जवाब देंहटाएंनीरज
waah kavitaa kab se karne lage
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत ! आभार ।
जवाब देंहटाएंअंतरमन से नीकली सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंbahut badhiya shabd or unme chipa ma ke liye pyaar!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंpainting dil chu lene wali hai .
chitrkarji ko bhi badhai .or shubhkamnaye.
painting dil chu lene wali hai .
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