
लबो से छुं कर जो पिलाई है हाला |
दिल मे अजीब सी जगी है ज्वाला ||
कैसे बताऊँ की क्या हुवा है मुझे |
जैसे किसी ने पिलाई है मधुशाला ||
:- Shekhar Kumawat
दिल मे अजीब सी जगी है ज्वाला ||
कैसे बताऊँ की क्या हुवा है मुझे |
जैसे किसी ने पिलाई है मधुशाला ||
:- Shekhar Kumawat